क्या बिहार शिक्षक भर्ती के लिए आवेदन की बढ़ेगी तिथि?

शिक्षक भर्ती को लेकर अब बिहार में राजनीतिक में बयानबाजी शुरू हो गई है. वहीं, इस मुद्दे को लेकर बीजेपी नेता सुशील मोदी ने गुरुवार को नीतीश सरकार को आड़े हाथों लिया.

सुशील कुमार मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार उदारता दिखाएं और सभी नियोजित शिक्षकों को बिना परीक्षा लिए राज्यकर्मी का दर्जा दें. नीतीश कुमार बताएं कि 12 दिन के भीतर 9 बार नियमावली में संशोधन क्यों करना पड़ा? विज्ञापन प्रकाशित होने के महीने-भर बाद सरकार आवासीय मुद्दे पर सफाई दे रही है.

मुख्यमंत्री बताएं कि किसके कहने पर बार-बार नियम बदले गए? यदि पहले भी बाहरी अभ्यर्थियों को बिहार की शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में शामिल होने की अनुमति दी गई थी, तो यह घोषणा 30 मई के पहले विज्ञापन में ही क्यों नहीं की गई?